BlogHide Resteemsbasantbaghel (25)in spirituality • 6 years agoज्ञानकर्मसंन्यासयोगश्री भगवानुवाच बहूनि मे व्यतीतानि जन्मानि तव चार्जुन। तान्यहं वेद सर्वाणि न त्वं वेत्थ परन्तप।।4.5।। . श्रीभगवान् बोले हे परन्तप अर्जुन मेरे और तेरे बहुतसे जन्म हो चुके हैं। उन सबको मैं जानता…basantbaghel (25)in india • 6 years agoज्ञानकर्मसंन्यासयोगपरित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे।।4.8।। . साधुओं(भक्तों) की रक्षा करनेके लिये पापकर्म करनेवालोंका विनाश करनेके लिये और धर्मकी भलीभाँति स्थापना करनेके…basantbaghel (25)in india • 6 years agoज्ञानकर्मसंन्यासयोगज्ञानकर्मसंन्यासयोग . ( सगुण भगवान का प्रभाव और कर्मयोग का विषय ) . श्री भगवानुवाच बहूनि मे व्यतीतानि जन्मानि तव चार्जुन। तान्यहं वेद सर्वाणि न त्वं वेत्थ परन्तप।।4.5।। . श्रीभगवान् बोले हे…basantbaghel (25)in india • 6 years agoसम्पूर्ण श्रीमद्भगवद्गीताश्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने गीता का सन्देश अर्जुन को सुनाया था। यह महाभारत के भीष्मपर्व के अन्तर्गत दिया…