BlogHide Resteemsmixshayari (25)in barish • 4 years agoBarish shayariबरस जाये यहाँ भी कुछ नूर की बारिशें, के ईमान के शीशों पे बड़ी गर्द जमी है, उस तस्वीर को भी कर दे ताज़ा, जिनकी याद हमारे दिल में धुंधली सी पड़ी है। Baras Jaye Yahan Bhi Kuch Noor Ki Barishen …