BlogHide Resteemssandeepbaudh (37)in poetry • 6 years ago🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏poetry(शायरी)🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳Hello friends I sandeep kumar, नये साल की नयी तमन्ना, और ईश्वर से है यही गुजारिश । हमारे सभी दोस्तों के घर में, खुशियों की हो हरपल बारिश ।।9।। All friends is happy new year 2019resteemedhatu (76)in ethereum • 6 years agoTokenize Mortgage to Give Blockchain Real World Use!One of the key challenges blockchain technology faces is direct utility in the real world. A number of decentralized applications are trying to disrupt various industries, but their ambitions…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy third poetry..!Hello friends I am sandeep kumar and this is my third poem, घर में पडा है थैला पर सामान पोलीथीन मेंं लाया जा रहा है, पर्यावरण का संकट सर पे छाया जा रहा है । बगीचों को काट कर खेत बनाया जा रहा…resteemedmhm-philippines (71)in contest • 6 years agoWinner @rentmoney. New Contest for 2 Steem “Caption the photo”The Winner of last weeks contest is @rentmoney. I have already transferred 2 Steem into this account. Let’s all congratulate him and participate in the new contest “Name the Picture” “Caption the…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy Second poetry..!Hello friends I am sandeep kumar and this is my second poem , सूरज से यह सीख है मिलती, सबके जीवन में प्रकाश भरो । चन्दा से सीख मिले यह हमको, सबके मन को शीतल करो । धरती से सीख हमें यह…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy Thirteenth poetry.!हेलो दोस्तो मैं सन्दीप ,और यह हमारी तेरहवीं कविता है । कविता मेंं दो पक्ष होते हैं भाव पक्ष और लिपि पक्ष यह कविता भाव पक्ष पर आधारित है । नाना हमारे बहुत महान, उनका कितना करें बखान । दो मामा…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years ago🥀🥀🥀🥀poetry(शायरी)🥀🥀🥀🥀Hello friends I sandeep kumar , चन्द्रमा मेंं रोशनी सूर्य से होती है , बहारों मेंं खुशबू फूल से होती है । हम माने या न माने लेकिन हमारी हर असफलता हमारे किसी न किसी भूल से होती है।।8।।…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years ago💔💔💔🥀poetry(शायरी🥀💔💔💔Hello friends I sandeep kumar , यह शायरी नहीं मेरे दिल की सच्चाई है , दिल ने माना जिसे अपनी पहली मोहब्बत वह निकली आज हरजाई है । मैं नहीं चाहता की जमाने मेंं उसकी रुसवाई हो, पर दिल का दर्द…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy Sixteenth poetry..!Hello friends I am sandeep kumar and this is my sixteenth poem , कृष्ण की महिमा है अपरम्पार , उनके हैं देखो रुप हजार । भक्तों की रक्षा के लिए , लेतें हैं अलग-अलग अवतार । कृष्ण की महिमा है…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years ago💔💔💔🥀poetry(शायरी)🥀💔💔💔Hello friend I sandeep kumar , जब दीवाना था तेरे प्यार में , तो पागल आवंरा कह ठुकराती थी ये दुनिया । तुझसे अच्छी तो तेरी बेवफाई है , कि एक शायर के नाम से आज बुलाती हैं ये दुनिया ।।3।। मेरी…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy Fourteenth poetry.!Hello friends I sandeep kumar this is our Fourteenth poem , आ गया है राखी का त्यौहार , मामुली नहीं है धागा यार । बहनों का तो है यह प्यार , भाई बहन का यह है त्यौहार । भाई की लम्बी उम्र के लिए…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years ago💔💔💔🥀poetry(शायरी)🥀💔💔💔Hello friend I sandeep kumar , तुमने ठुकराई मेरी मोहब्बत मान के गैर की बातों को, तेरे लिए तडपता हुँ मैं आज भी दिन और रातों को । ओ बेरहम अब तो आके थाम ले मेरे हाथों को , नहीं तो तू भी तडपेगी…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy Fifteenth poetry .!हाय दोस्तो यह हमारी पंद्रहवीं कविता है जो पूज्यनीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के चरणों में समर्पित है । हे परम पूज्य आपके चरणों में, मैं कोटि प्रणाम नमन करूँ । जिस धरती पर आपने जन्म लिया, उस धरती…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy Eleventh poetry.Hello friends I sandeep kumar this is our Eleventh poem ,It is in hindi बुद्ध की महिमा हम क्या बखाने , बुद्ध के तो हम हैं परवाने । बुद्ध ने हमको राह दिखलाई , मानवता हमको सिखलाई । तेज है…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy tenth poetry ,बच्चों पन्द्रह अगस्त है आज ।Hello friends I am sandeep kumar and this is our tenth poem, बच्चों पन्द्रह अगस्त है आज , स्वतंत्रता मिली थी बरसों बाद । उन वीरों पर हमको है नाज , बच्चों पन्द्रह अगस्त है आज । भारत देश…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy fifth poetry.मैं धूप हूँ .Hello friends I sandeep kumar, this is our fifth poem It is in hindi, मैं धूप हूँ मैं धूप हूँ धूप धूप मैं धूप हूँ , सबके कपडे़ मैं सुखाऊँ चेहरे पे सबके चमक मैं लाऊँ । हड्डी को मजबूत करूँ रोगों…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy Eighth poetry..Hello friends I sandeep kumar this is our eighth poem...It is in hindi. कोयल और कौआ देखन में लागैं एक समान , कोयल की सुंदरता का हम कितना करी बखान, कोयल की बोली सुनकर लोग भरत मुस्कान , कौआ…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoMy seventh poetry,सावन बडा सुहाना..Hello friends I sandeep kumar this is my seventh poetry It is in hindi.. सावन बडा सुहाना , हरियाली आई तो मैं जाना , झूला पडा जब बगियन मे, गोरियां गांवै गीत सुहाना, हरियाली आई तो मैं जाना…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoIndependence day.Hello friends Today I'm going to present my sixth poem . It was written on August 1. This is written in Hindi.. पन्द्रह अगस्त है पन्द्रह दिन, वीरों ने प्राण गवांये जिस दिन, भारत को जिस दिन मिली…sandeepbaudh (37)in poetry • 6 years agoIndependence day.Hello friends Today I'm going to present my sixth poem . It was written on August 1. This is written in Hindi.. पन्द्रह अगस्त है पन्द्रह दिन, वीरों ने प्राण गवांये जिस दिन, भारत को जिस दिन मिली…