BlogHide Resteemsshaileshgurjar (25)in sayar • 7 years agoवो हुस्न परी :::- शैलेष गुर्जर खटानावो हुस्न परी आंखो मे वशी क्या लगती थी वो नूर परी ज़िद सपनो मे भी करती थी वस आंखो पे वो मरती थी मानो रब की हिदायत मान गई पल भर मे मानो जान गई पल भर ना उस को छोडा है दिल को एक कशौती पर मोडा…