Shaayri #6

in amity •  3 years ago 

नज़र रखो अपने पर बस इतनी,
के दूसरा तुम्हे कभी छोटा न लगे ||

नज़र हटी
दुर्घटना घटी |
जिस दिन दूसरा छोटा हुआ ,
तुम बड़े हुए ,
समझो, दुनिया में सबसे बड़ी दुर्घटना घट गई |

नज़र रखो अपने पर बस इतनी,
के दूसरा तुम्हे कभी छोटा न लगे ||

जिस दिन नज़र कमज़ोर हुई
धड़कन धीमी हुई |
जिस दिन दिल धीमा हुआ ,
दिमाग चालबाज़ हुआ,
समझो , बाज़ जैसी किस्मत की चाल धीमी हो हुई |

नज़र रखो अपने पर बस इतनी,
के दूसरा तुम्हे कभी छोटा न लगे |

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