नज़र रखो अपने पर बस इतनी,
के दूसरा तुम्हे कभी छोटा न लगे ||
नज़र हटी
दुर्घटना घटी |
जिस दिन दूसरा छोटा हुआ ,
तुम बड़े हुए ,
समझो, दुनिया में सबसे बड़ी दुर्घटना घट गई |
नज़र रखो अपने पर बस इतनी,
के दूसरा तुम्हे कभी छोटा न लगे ||
जिस दिन नज़र कमज़ोर हुई
धड़कन धीमी हुई |
जिस दिन दिल धीमा हुआ ,
दिमाग चालबाज़ हुआ,
समझो , बाज़ जैसी किस्मत की चाल धीमी हो हुई |
नज़र रखो अपने पर बस इतनी,
के दूसरा तुम्हे कभी छोटा न लगे |