अटल जी से सम्बन्धित इन बेहतरीन लाइन्स को जरूर पढ़े
Atal Bihari Vajpayee Status Quotes Shayari in Hindi – इस पोस्ट में अटल जी कुछ बेहतरीन लाइन्स और उनके श्रद्धांजलि में लिखी कुछ बेहतरीन पक्तियां दी गयी है, इन्हें आप जरूर पढ़े.
श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी से सम्बन्धित कुछ बेहतरीन लाइन्स | Best 2 lines on Atal Bihari Vajpayee
क्यूँ व्यर्थ चिंतित हो, मैं यहीं था यहीं हूँ और यहीं रहूँगा,
मैं अटल हूँ, मैं सत्य हूँ मैं सबके दिलों में रहूँगा.
और कोई होता तो लड़ भी लेते,
क्या करें मृत्यु भी तो अटल हैं.
ऐसे वीर सपूत को कैसे उत्सव के उत्सव के दिल ला सकती हूँ मैं,
मैं मृत्यु हूँ तो क्या हुआ, वीरों के लिए इन्तजार कर सकती हूँ मैं.
राजनीति के कीचड़ में भी बेदाग रहकर सफल हो जाना,
कहाँ किसी के लिए है मुमकिन, दूसरा अटल हो जाना.
बड़ी रौनक होगी आज भगवान् के दरबार में,
एक फ़रिश्ता पहुँचा है जमीन से आसमान में.
पाकर तुझको मृत्यु रोई, खोकर तुझको जीवन रोया,
खुलकर रोये संगी साथी, चुप छुपकर हर दुश्मन रोया.
मौत खड़ी थी सिर पर
इसी इन्तजार में थी,
ना झुकेगा ध्वज मेरा
15 अगस्त के मौके पर,
तू ठहर इन्तजार कर
लहराने दे बुलंद इसे
मैं एक दिन और लडूंगा
मौत तेरे से
मंजूर नहीं है कभी मुझे
झुके तिरंगा स्वतन्त्रता के मौके पर.
जिन्दा थे आप जिन्दा ही रहेंगे,
अटल थे आप अटल ही रहेंगे.
जिसने आजादी के उत्सव की अलग अलख जगाई थी,
राष्ट्र को अपने अरूणिमा की नई झलकी दिखलाई थी.
ठन गई
मौत से ठन गई
जूझने का मेरा इरादा न था
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था
रास्ता रोक वह खड़ी हो गई
यों लगा जिन्दगी से बड़ी हो गई.
मौत की उम्र क्या है? दो पल भी नहीं,
जिन्दगी सिलसिला, आज कल का नहीं,
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ,
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूँ?
आज स्वर्ग में भी फूलों के रास्तें बने होंगे,
देवता भी कतार में खड़े होंगे.
छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता,
टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता.
जीवन के पार्श्व में नहीं कोई कल है,
मृत्यु के भी समक्ष कहाँ कोई कल हैं,
और दोनों के मध्य जो लड़ा अंत तक,
वहीं तो अटल है, वहीं तो ‘अटल’ हैं.
मौसम भी बहुत रोया हैं,
मेरे देश ने अटल खोया हैं.
माना सच है कि मृत्यु अटल है,
पर यह भी सच है कि मृत्यु के सामने भी अटल है.
राजनीति के दलदल में भी कायम जिसका ईमान रहा,
वो व्यक्तित्व अटल है जिनका सच्चा स्वाभिमान रहा.
अटल जैसे लोग मरा नहीं करते हैं,
ऐसे लोग तो करोंड़ो दिलों में जिन्दा रहते हैं.
बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रूत जो बदल गई,
इक शख्स सारे शहर को वीरान कर गया.
सर्वस्व अपना त्याग दिया
जीवन देश के नाम किया
हर कोई जिस पर नाज करें
भारत को वो नया मुकाम दिया.