New: hindipoemAll contenthive-129948hive-196917krsteemzzanhive-166405hive-183959hive-180932hive-150122hive-185836photographyuncommonlablifehive-183397hive-144064hive-188619bitcoinhive-139150krsuccesshive-101145hive-124908hive-103599hive-180301hive-109690hive-184714TrendingNewHotLikersstbhay (25)in poem • 3 years agoखुश राजकुमार की निगल बनना चाहते हैंहैप्पी प्रिंस, अब तुम कहाँ हो? मैं तुम्हारा छोटा निगल हूँ, मैं फिर आ गया, देखो। कितने समय पहले, ऑस्कर वाइल्ड के लेखन में, मैंने अपना जीवन दो में वापस पा लिया। तुम्हारी सुनहरी ठुड्डी पर कितने…sarthak92 (25)in hindipoem • 7 years agoआईनारोज़ सुबह जब उठती हूँ शुभता का सूरज जगमगाता है घड़ी मेरी पाठ पढ़ाती पर आईना मेरा मुस्काता है। बिंबों के उस बड़े जाल में मेरे चहरे को बैठाता है देख स्वयं को जी उठती सुन्दर मुझे वो दिखाता है।…