New: hindipoemsAll contenthive-129948hive-196917krzzanhive-183959steemhive-180932hive-166405photographyhive-185836uncommonlabhive-150122hive-183397hive-144064bitcoinlifehive-188619krsuccesshive-124908hive-139150hive-101145hive-103599hive-184714hive-145157hive-109690TrendingNewHotLikersbawga369 (29)in hindi • 2 years agoतुम जो सजती होतुम जो सजती हो संवरती हो सुबह की धूप जैसे मुझपर बिखरती हो फूलों की खुशबू जैसे मुझको महकाती हो किसी को फ़िक्र है मेरी ये एहसास दिलाती हो ख़ुदा कितना करीम है तुम मुझे बताती हो -अनुष्का सूरी