New: jainismandmoreAll contenthive-129948hive-196917krzzanhive-183959steemhive-180932photographyhive-166405hive-144064uncommonlabhive-185836bitcoinhive-183397hive-150122hive-188619krsuccesshive-124908hive-101145hive-139150lifehive-184714hive-145157hive-103599hive-109690TrendingNewHotLikerskapiljain44998 (25)in lordadinath • 6 years agoLord Rishaba भगवान ऋषभ देवऋषभदेव जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकर का अर्थ होता है जो तीर्थ की रचना करें। जो संसार सागर (जन्म मरण के चक्र) से मोक्ष तक के तीर्थ की रचना करें, वह तीर्थंकर कहलाते हैं। ऋषभदेव जी को आदिनाथ…