ऐहसास मन की वो अदृश्य अनुभूति है जो हर किसी के अंदर होती है पर क्या आपने कभी गौर किया है कि ये हमे किसका बोध कराती है , नही न ! तो सुनिये जब भी हमारा मन किसी भी घटना से प्रभावित होकर उस घटना के बारे में बार बार सोचने पर मजबूर कर दे, उसकी अधीनता स्वीकार कर ले, उसका मन दीवाना हो जाये, तभी हम इस अनुभूति का ऐहसास करते है। और इसकी सार्थकता तभी जब सह्दय इसे समझ ले वरना हमारी इस कल्पना का कोई मोल नही रहे जाता, हर सुख दुःख, प्रेम घृणा, रिश्ते जज़्बात, परिवार, दोस्तों के बीच और कभी कभी हम दूसरे जीव जंतुओं के साथ भी इस भाव को जीते है। यही वह विचार है जो हमे हमेशा दूसरों की इज्जत, मदद, और प्रेम पूर्वक रहने की प्रेरणा प्रदान करता है खुशी से खुद भी जिये और औरो को भी जीने दे इन्हीं भावनाओं के साथ
ऐहसास
6 years ago by nikhil12 (43)