दोस्तों यदि हम बात करें बिजली के अविष्कार की तो उससे पहले आपको बता दें कि बिजली एक ऊर्जा का ही रूप है जो की प्रकृति में हमेशा से मौजूद है, इसलिए हम यह नहीं कह सकते हैं कि बिजली का आविष्कार किया गया था इसका कहने का सही अर्थ यह होगा कि बिजली की खोज कब की गई थी?
दोस्तों यदि हम बात करें बिजली की खोज किसने की तो सबसे पहले बिजली की खोज के लिए महान यूनानी दार्शनिक और “भौतिक विज्ञाता थेल्स” को बिजली की खोज के लिए जाना जाता है।
600 bc से भी पहले थेल्स ने देखा कि कांच या अंबर के टुकड़ों को जब रेशम के साथ रगड़ा जाता है तो उनमें से एक शक्ति उत्पन्न होती है जो कि कागज से बने टुकड़ों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी जो वास्तव में बिजली का ही एक गुण था।
इसके बाद 1752 ईस्वी में महान वैज्ञानिक “बेंजामिन फ्रैंकलिन” ने अपने एक Experiment में देखा कि बारिश के समय में जब बिजली आकाश में चमकती है और उससे जो चिंगारियां निकलती हैं वह दोनों एक ही जैसी ही थी।
इसके बाद उन्होंने जब देख की बारिश के समय में जब बिजली चमक रही थी तब इन्होंने एक पतंग के एक छोर पर मेटल के टुकड़े को बॉंध कर पतंग को उड़ाया तथा उसके दूसरे छोर पर एक धातु की चाबी बांध दी।
जिसके बाद उन्होंने पाया कि जब भी बिजली चमकती थी तो बिजली पतंग के रास्ते दूसरे छोर पर चाबी पर भी आ जाती थी जिससे उनको झटका लगता था। ‘बेंजामिन फ्रैंकलिन ने एक लाइटिंग कंडक्टर का भी अविष्कार किया था’ जिसके बाद बिजली गिरने की समस्या पर काफी हद तक उन्होंने कम कर दी।
सन 1800 में Alessandro Volta नामक एक बैज्ञानिक ने रिसर्च करने के बाद बताया कि कैमिकल रिएक्शन से भी बिजली को बनाया जा सकता है जिससे उन्होंने एक विधुत सेल का अविष्कार किया जिससे बिजली बनाई जा सकती थी।
Source :- Bijali ka avishkar