रिश्ते ख़ून के नहीं होते विश्वास के होते है ,
अगर विश्वास हो तो पराए भी अपने हो जाते है ,
और अगर विश्वास न हो तो अपने भी पराए हो जाते हैं...
रिश्तों की क़दर भी पैसों की तरह ही करनी चाहिए
क्यूँकि
दोनो को कमाना मुश्किल है ,
पर गँवाना आसान ....
चंद रिश्ते
जो उम्र भर की पूँजी है ,
उन्ही रिश्तों में शामिल है ,
आपका भी नाम ।।।
🍁🍁🍁 सुप्रभात 🍁🍁🍁