सुप्रभात

in good •  6 years ago 

ये जीवन है...साहब...
उलझेंगे नहीं , तो सुलझेंगे कैसे...
और बिखरेंगे नहीं , तो निखरेंगे कैसे...

ख़्वाब भले टूटते रहे मगर हौसलें फिर भी ज़िंदा हो ,
हौसला अपना ऐसा रखो ,
जहाँ मुश्किलें भी शर्मिंदा हो ...!!!

अभी ना पुछो हमसे मंज़िल कहाँ है ,
अभी तो हमने चलने का इरादा किया है ,
ना हारें है , ना हारेंगे कभी ,
ये किसी और से नहीं ख़ुद से वादा किया है ।।

🍁🍁🍁 सुप्रभातये जीवन है...साहब...
उलझेंगे नहीं , तो सुलझेंगे कैसे...
और बिखरेंगे नहीं , तो निखरेंगे कैसे...

ख़्वाब भले टूटते रहे मगर हौसलें फिर भी ज़िंदा हो ,
हौसला अपना ऐसा रखो ,
जहाँ मुश्किलें भी शर्मिंदा हो ...!!!

अभी ना पुछो हमसे मंज़िल कहाँ है ,
अभी तो हमने चलने का इरादा किया है ,
ना हारें है , ना हारेंगे कभी ,
ये किसी और से नहीं ख़ुद से वादा किया है ।।

🍁🍁🍁 सुप्रभात 🍁🍁🍁🍁🍁🍁

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