(मज़ा चखा के ही माना हु
मैं भी दुनिया को ,
समझ रही थी ऐसे ही छोड़ दूंगा)
शराफत को हद में रखना भी
एक तरह का खुद से धोखा है |
दुश्मनी तो लोग छुप के निभाते हैं -
बड़े अजीब है वो लोग
जो खुद से ही धोखा करने की ज़िद्द पकड़े बैठे हैं |
खुद से प्यार करके देखो
आजकल ट्रेंड है |
खुदखुशी में क्या रखा है -
खुद को खुश करके देखो
न मज़ा आये तो कहना |
(मज़ा चखा के ही माना हु
मैं भी दुनिया को ,
समझ रही थी ऐसे ही छोड़ दूंगा)
घबराहट को अपने दिल में रखना भी
एक तरह का खुद से धोखा है |
मस्तियाँ तो लोग छुपा के करते हैं -
बड़े अजीब हैं वो लोग
जो घबराकर दुनिया में जीने की ज़िद्द करके बैठे हैं |
खुद पर भरोसा करके देखो
हर जामने का हिट ट्रेंड है |
पहाड़ों से कूदने में क्या रखा है -
पहाड़ों को धक्का देकर तो देखो
न मज़ा आये तो कहना |
(मज़ा चखा के ही माना हु
मैं भी दुनिया को ,
समझ रही थी ऐसे ही छोड़ दूंगा)
सच को अपने दिल में रखना भी
एक तरह का खुदा से धोखा है |
झूठ तो लोग छुपाते रहते हैं -
बड़े अजीब हैं वो लोग
जो सच की कब्र बनाने की ज़िद्द करके बैठे हैं |
खुदा से दोस्ती करके देखो
आज भी ट्रेंड है |
बंद कमरों में फुसफसाने से क्या रखा है -
खिड़की दरवाज़ों को खोल कर बातें करके तो देखो
न मज़ा आये तो कहना |
(मज़ा चखा के ही माना हु
मैं भी दुनिया को ,
समझ रही थी ऐसे ही छोड़ दूंगा)