र-R for Roza
म-M for mohabbat
जा-J for jakat
न-N for namaz
(R- for roja}) रोजा रखना यानी पूरा दिन भूखा प्यासा रहना, इस रोजे का बहुत ही महत्व होता है, मुस्लिम बिरादर पूरे महीने तक यह रोजे रहते हैं. धर्म के मुताबिक इसके फायदे तो है ही, मगर (Science) विज्ञान के मुताबिक भी इसके बहुत बड़े फायदे हैं. कई वैज्ञानिकों ने, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों पर जब रिसर्च किया, तो पता चला कि, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को भी रोका जा सकता है. और इसको रोकने का तरीका, एक महीना लगातार रोजाना, 15 से 16 घंटा भूखा प्यासा रहना, तो इससे पता चला है, कि रोजों में नेकियों के साथ-साथ खतरनाक बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी मिलती है...!
(M- for mohabbat) मोहब्बत एक ऐसी चीज है जो, दुश्मन को भी दोस्त बना देती है. किसी दुश्मन के साथ भी अगर एक बार मोहब्बत से पेश आया जाए तो वह दुश्मन भी दोस्त बन जाता है. और यह मोहब्बत जताने का मौका तब मिलता है जब कोई त्यौहार आता है. और रमजान का महीना पूरा होते ही ईद का त्योहार आता है. ईद के त्योहार को हर कोई एक दूसरे को सीने से लगाता है. और वह मोहब्बत भरा मंजर सरेआम चल रहा होता है. हर कोई अपने रिश्तेदारों से सारे झगड़े फसाद बुलाकर ईद की रहमतों का मजा लूट रहा होता है....!
(J- for jakat) जकात (Tax) अपनी कमाई का कुछ हिस्सा, सरकार को टैक्स के रूप में दिया जाता है. उसी तरह इस्लाम मजहब मैं शरीयत के मुताबिक, जो रकम 12 महीने तक घर में पड़ी रहती है उस रकम में से 2.5% फीसद जकात निकालना मोमिनो पर फर्ज है. फिर यह जकात गरीबों में, यतीमों में या फिर किसी मदरसे में दी जाती है. उसी को जकात कहा जाता है...
(N-for namaz) फजर, जौहर, असर, मगरीब, और ईसा. यह नमाज के पांचों वक्त के नाम है. नमाज एक ऐसी बंदगी है जो इंसान को हर बुरे काम से रोकती है नमाज को मुहम्मद पैगंबर साहब (स.अ. व.) की आंखों की ठंडक कहा गया है.नमाज पढ़ने से शरीर भी बहुत ही फिट रहता है. और जेहन भी बहुत अच्छा रहता है. नमाज को कई योग गुरुओं ने भी और वैज्ञानिकों ने भी सबसे बेहतर कसरत और सबसे बेहतर बंदगी बताया है.. और नमाज हर उस मोमिन पर, पंज वक्ता फर्ज है जो बालिग है..