हेल्लो दोस्तों आप सब कैसे हो। उम्मीद करता हु आप और आपका परिवार अच्छा होगा। आप सभी का स्वागत हे ,आज का दिन काफी अच्छा हे ,क्यों के आज मौसम बोहत ही खूबसूरत हे। इस लिये में आज अपने घर से प्राकृतिक जगह पर जाने के लिये निकल गया हु। क्यों के आज मुझे बोहत ही खुसी हो रही हे। मुझे इस तरह का माहौल बोहत ही अच्छा लगता हैं। आज जहा में आया हु वह जगह बोहत ही बड़ी हे। और प्राकृतिक भी हे। यहाँ आपको बोहत ही बड़े बड़े पेड़ नजर आते होंगे। और हवा भी बोहत ही तेज चल रही हे ,जिसे के आपको उड़ाके आसमान में लेके जाने वाली हे। और पेड़ भी हवा से बोहत ही तेजी के साथ हिल रहे हे। जैसे के वो खुशी मना रहे हे। बारिस आने की ,बादल भी बोहत ही अच्छे नजर आरहे हे। जैसे के वो केह रहे हे के बारिश बोहत ही जल्द आने वाली हे। और आप पक्षियों का आवाज भी सुन रहे होंगे। जो काफी अच्छा मेहसूस करता हे। और ऐसी प्राकृतिक जगह पर काम करने का भी बोहत ही अच्छा भी लगता हे।
आज में ऐक प्राकृतिक पेड़ो से भरी जगह पर आया हु ,जहा मुझे ऐक पेड़ दिखा जो बोहत ही काटो से भरा हे। जिसका नाम बवाल का पेड़ हे ,जिसपे आपको काटे नजर आते हे। मगर इस पेड़ पर गुंडर निकल ता हे जो हमारे लिये बोहत ही उपयोगी हे। इस गुन्दर का उपयोग काफी जगह पर किया जाता हे। मुझे मेरी माँ ने कहा था के जब हमारा शरीर के हाथ पग दर्द करते हे तब हमें बावल के गुंडर का सेवन करना चाहिये। क्यों के बवाल के गुंडर में चिकास बोहत ही होती हे। इस लिये हमारे शरीर को बोहत ही फायदा होता हे। और मेने आपको इस वीडियो के माध्यम से बवाल का पेड़ भी दिखाया हे और गुंडर भी। ऐसे तो बावल का पेड़ बोहत ही बड़े बड़े होते हे।