शुभ रत्रि, शाम का समय था, जब मैंने आकाश में इंद्रधनुष को निकलते देखा। दोनों तरफ बादल छाए हुए हैं। आसमान में छोटे-छोटे बॅूदे इंद्रधनुष दिखाई देते हैं। तो इंद्रधनुष बनने लगता है। प्रकाश के माध्यम में बॅूदे पर पड़ती है। इसलिए आकाश में इंद्रधुनश दिखाई देता है। मैं इसके बारे में बहुत कम जानता हूं। लेकिन सूरज और बारिश का माध्यम प्रकाश रंगों में टकराता है और बॅूदे आती है। आकाश में सात रंग दिखाई देते है। हम रंगीन धनुष देखते हैं। वह बहुत सुंदर है प्रकृति का एक और योगदान है। भगवान एक बहुत ही सुंदर इंद्रधनुष बनाये है।
घर की उपर नजर आ रहा था। तभी मैंने एक खूबसूरत तस्वीर ली। लेकिन तस्वीर साफ नहीं आई। क्योंकि मेरे पास एक छोटा सा मोबाइल फोन है। वह दूर दूर तक खूबसूरत तस्वीरें नहीं लेता है। फिर भी मैंने एक अच्छा इंद्रधनुष प्रस्तुत किया है। अब-कभी-कभी ऐसे दृश्य बहुत कम देखने को मिलते हैं। इसका प्रभाव केवल घर पर रहने पर पड़ता है। यही वास्तविक जीवन का महत्व है। हम सब एक साथ रहते हैं। और हम आपके साथ दुःख और खुशी साझा करते हैं।