जिस देश का, जिस मिट्टी का
सबसे बड़ा और सबसे मान्य
धर्मग्रंथ ही कहता हो कि
अर्जुन तू तो लड़ और ये सोच मत कि
अंजाम क्या होगा।
अंजाम के लिए नहीं
सच के लिए लड़ अर्जुन,
कृष्ण के लिए लड़ अर्जुन।
जिस देश का सबसे बड़ा धर्मग्रंथ ही
युद्धभूमि की पृष्ठभूमि में रचा गया हो
वो देश हार कैसे सकता है?
और अगर हारा तो इसका मतलब
उस देश ने गीता भुला दी थी।
हार सच्चे आदमी की
कभी हो ही नहीं सकती।
भारतीयों की अगर हार हुई है
तो सच्चाई में कोई कमी रह गई होगी।