(Intro)
हां, ये मेरा शहर, ये मेरी कहानी,
चलो सुनाते हैं आज, एक नई रवानी।
(Verse 1)
सपनों के शहर में, मेरी जमीं,
यहां हर कदम पे, मिलती चुनौती नई।
रातों को जागा, दिन में भी भागा,
सफलता की राह पर, चलने का वादा।
महनत की रोशनी, अंधेरे में जली,
हर मुश्किल को पार किया, ना कभी रुका सही।
दिल में है जुनून, आँखों में चमक,
मेरी मंजिल है पास, अब बस थोड़ा सा दमक।
(Chorus)
यहां के लोग, यहां की बातें,
हर गली, हर चौराहा, सबकी अपनी यादें।
यहां हर एक कदम पे, मिलती है चुनौती,
फिर भी हम सब, रखते हैं अपनी वफादारी।
(Verse 2)
हाथ में कलम, दिल में आग,
लिखता हूँ राप, हर शब्द में राग।
शहर की सड़कें, यहां की धड़कन,
हर राप में है, मेरी ज़िंदगी का अंश।
माँ की दुआएं, पापा की सलाह,
दोस्तों के साथ, मिला जीवन का रास्ता।
सपनों को साकार करना है मकसद,
बिना रुके, बिना थके, चलना है हमेशा।
(Chorus)
यहां के लोग, यहां की बातें,
हर गली, हर चौराहा, सबकी अपनी यादें।
यहां हर एक कदम पे, मिलती है चुनौती,
फिर भी हम सब, रखते हैं अपनी वफादारी।
(Bridge)
मेहनत का फल, कब मिलेगा देखेंगे,
हर मुश्किल को पार, आगे बढ़ते जाएंगे।
ख्वाबों की उड़ान, कभी ना थमेगी,
हमारी मेहनत, दुनिया को दिखेगी।
(Outro)
तो ये था मेरा राप, मेरी कहानी,
सपनों की दुनिया, हकीकत में बदलनी।
यहां के लोग, यहां की बातें,
हम सब मिलकर, बनाएंगे नई यादें।