हेलो दोस्तों ,कैसे है आप लोग ?
बहुत दिनो बाद आप लॉगो के बीच आकर प्रफुलित महसूस कर रहा हूँ।
पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक समस्या के कारण आप लॉगो के बीच नहीं आ पाया था ।
दरअसल मेरे घर मे कुछ दिन पहले एक आकस्मिक घटना घट गई जिसका मैं आप लॉगो से जिक्र करने वाला हूँ।
प्रतिदिन मेरी बड़ी माँ पूजा करने के लिए मंदिर जाया करती थी,दरअसल मंदिर दूर था तो मेरे बड़े भैया उनको चारपहिया वाहन से ले जाया करते थे ।
एक दिन सुबह से 7 बजे वो मंदिर जा रही थी मंदिर पहुँच कर अच्छे से उन्होंने भगवान की आराधना भी की जब भगवान की आराधना पूरी हो गई तो उन्होंने अपने पुत्र से घर चलने को कहा फिर वो घर कि तरफ आने लगी रास्ते मे एकाएक उनके पैर मे दर्द होने लगा ,दर्द होने के बावजूद भी वो अपने पुत्र से नहीं बताई ये सोच कर कि पैर मे कभी कभी टांस लग जाता है ।
थोड़ी देर बाद वह घर पहुंची जब उनको गाड़ी से उतरने की बारी आई तो उनके पैर ज़मीन पर नहीं रखे जा रहे थे ये स्थिति घर मे उपस्थित लोग उनके पास पहुँच गए और उनको गोद मे उठाकर रूम मे लेके आ गए उसके बाद उनको जल्दी से नास्ता करायेगा ताकि कुछ दवा खा लेंगी तो सही हो जाएगा पर दर्द कम होने को नाम नही ले रहा था दर्द से वो कहरने लगी ।
यह देख घर के सदस्यों ने उनको तुरंत ज़िला चिकित्सालय के तरफ ले जाने लगे, रास्ते भर अपने दोनों पुत्रो से बात करती रही ,रास्ते मे उनको दर्द कम महसूस होने लगा पर उनकी मे आवाज़ लडखडाने लगी,यह देख भैया लोग गाड़ी की रफ्तार तेज कर दिए हॉस्टिपल तक पहुँच गए ,हॉस्पिटल पहुचनें तक सब कुछ ठीक लग रहा था अंत मे उन्होंने अपने छोटे पुत्र से एक अजीब सी वाणी बोली (बाबू मैं बच जाउंगी नं) यह सुन बचे के आँख मे आंसू आ गया और उन्होंने ठीक हो जाने की बात कहीं उसके बाद डॉक्टर के वार्ड मे
एस्कलेटर की सहायता से उनको ले जाया गया उतने ही देर मे उनकी साँस बंद हो चुकी थी जब तक डॉक्टर उनको देखता तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी जब किसी को बिस्वास नहीं हो रहा था तो डॉक्टर ने उनको कई बार चेक किया पर उनकी साँस नहीं चल रही थी इसके बावजूद भी कई प्रकार के संसाधनों से जॉच कराया गया कि कहीं साँस छिपि तो नहीं हैं पर ऐसा नहीं था ,डॉक्टर ने बताया की ये हार्ट फेलियर हैं उनका हार्ट कुछ देर से धीरे धीरे रुक गया।
अंततः सबने सोच लिया कि अब वो हम लॉगो के बीच नहीं रही ।
कुछ देर बाद मुझे इस घटना के बारे मे जानकारी हुई जिसको सुनकर बहुत दिल को आहत हुआ ,जैसे था सबकुछ छोड़ मैं अपने बड़ी माँ के पास जाने के लिए पागल सा हो गया था ।
जब मैं वहां पंहुचा तो ऐसा लगा मानो घर की सबसे बड़ी ख़ुशी चली गई थी सभी लग रो रहे थे, मैं भी उनको देख रो पड़ा।
ऐसी घटनाये बहुत कम सुनाने को मिलती हैं जिसमें लोग बात करते करते कब साथ छोड़कर चलें गये पता नहीं चलता
![IMG-20211123-WA0072.jpg](https://cdn.steemitimages.com/DQmamz4NrxrvVqLFnpAfYm3WxhqDd1FtWRVhXfQrA81G5xT/IMG-20211123- A0072.jpg)
ये मुझे अपने पुत्र की भांति मानती थी और मैं भी इनको हमेशा माँ के रूप मे देखता था इनके प्यार से मैं बहुत आनंदित महसूस करता था जब भी मेरे पास आती थी मुझे बहुत ख़ुशी मिलती थी ।
आप लॉगो से बताने का मतलब ये था कि जो आपके साथ हैं उसको खूब प्यार दो क्या पता कब कौन साथ छोड़ कर चला जाय।
Miss you Maa🙏🙏🙏
यह बेहद ही दुखद घटना है मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं की आपको और आपके परिवार को ईश्वर पूरी ताक़त दे इस विगत घटना से निपटने के लिए।
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Thankyou bro
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