सांति हमारे अंदर होनी चाहिए अगर प्रतेक इंसान के अंदर सांति होगी तो ये सारे संसार में सांति होगी उसी प्रकार हम किसी से प्रेम करेगे या किसी को प्रेम देंगे तो हमे भी कोई प्रेम करेगा और हमे भी प्रेम मिलेगा इस संसार का एक ही नियम हे एक हाथ दे और दुसरे हाथ ले जो जेसा देगा वेसा ही मिलेगा
RE: प्रेम का महत्त्व (भाग #१) | Importance of Love (Part #1)
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प्रेम का महत्त्व (भाग #१) | Importance of Love (Part #1)