था एक ऐसा समय, जब समय और स्थान का विचार नहीं आता था। सिर्फ खुशियों और दोस्तों के साथ बिताया जाता था। हर दिन कुछ नया होता था, हर दिन एक नया सफ़र था। वह समय जब सब कुछ नया और आनंदमय था।
वो स्कूल के दिन, जब दोस्तों के साथ छुट्टियों में गुमनाम बादलों के बीच छाया बनाना, उनसे दिलचस्प अनुभवों की बात करना और फिर उनके साथ खूबसूरत दिनों का आनंद उठाना।
हर छुट्टी की शुरुआत एक कहानी के रूप में थी, जो बार-बार दोहराई जाती थी। वो मिलने वाली खुशियों का वक्त था, जब हर दिन एक नया सफ़र और नयी कहानी लेकर आता था।
छुट्टियों की वो मिट्टी की खुशबू, वो खेलने के बाद की छुट्टीयों की चाय की खुशबू, वो दोस्तों की मस्ती और ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ की स्वादिष्ट खुशियाँ, जो सिर्फ वो वक्त ही ला सकता था।
बस, ये थी वो छोटी सी कहानी, जो हमें बताती थी, कि जिंदगी का हर पल हमें खुशियों से भरपूर रहना चाहिए। वो समय जब हम सबसे बड़ी खुशी निकालते थे, वो समय आज भी याद आता है।
You've got a free upvote from witness fuli.
Peace & Love!
Downvoting a post can decrease pending rewards and make it less visible. Common reasons:
Submit