नमस्ते मित्रो ,
मै आपका प्यारा मित्र आप लोगो को दिनांक 14 सितम्बर को हिंदी दिवस की बधाइयाँ देता हु |
आज हिंदी दिवस के अवसर पर मैं आज के दिन स्टीम पैर दिनचर्या को भी हिंदी में ही लिखना पसंद करूँगा.
आज का दिन मेरा बहुत ही अच्छा गया क्युकी आज के दिन कुछ अजीब और बहुत अच्छा हुआ है | वैसे मेरी मातृ भाषा हिंदी है और हिंदी ही बोलना पसंद करता हू मुझे कोई भी चीज अगर हिंदी में मिले तो मै अपने काम को बहुत अच्छे तरीके से प्रस्तुत करता हु| किसी भी नए व्यक्ति से मिलने से पहले मै अपने मातृ भाषा से वार्तालाभ करता हु| मेरा हिंदी ही मेरी व्यक्तित्व हैं|
मेरा मित्रो आपको मेरी तरफ से सुसंध्या, आज मेरे सुबह की सुरुवात समय 6 बजे से हुइ| सुबह जल्दी उठ कर आज मैंने सबसे पहले अपने रात के कपड़े बदले और सुबह की टहलना,दौड़ना और कसरत किया| फिर मई मैंदान से आने के बाद मैंने स्नान किया फिर अपना सुबह का नाश्ता किया|
फिर मैंने अपने पड़ोस के बच्चो का टूशन लिया समय 9 से 11, 11 बजे तक उनका टूशन का समय खत्म हुआ तो उनको मैंने घर के लिए छोड़ दिया, फिर मुझे भूख लगी थी तो मैंने अपना दोपहर का खाना खाया
फिर मुझे कुछ देर बाद मेरे कॉलेज के दोस्तों का कॉल आया जो की मैं भूल गया था की आज उनसे मिलने जाना है| मेरे कॉलेज के मित्रों ने नाम है प्राजक्ता, कल्याणी, तपस्या, संकेत और अरविन्द| फिर मैं जल्दी जल्दी तैयार होकर अपने कॉलेज चले गए उनसे मिला सभी लोग पहले ही आ चुके थे और मैं सबसे देर से पहोचा| मित्र गले लग के स्वागत किये, मित्र गले लग गये और मैत्रीणिया थी जो वो भी गले हाथ मिला के स्वागत किया| फिर 2 बजे तक हमने अपना साथ निभाया उसके बाद सब को काम था और मुझे भी तो सब अपने अपने घर चले गए| मुझे तो जहां जाना था जाने से पहले अमित मिल गया और उसके साथ हमारा पुराना मित्र साहिल खुशवाहा मिल गया दिन बन गया|
*और हां मैं बताना भूल गया की मैंने कॉलेज में आज भी कुछ फोटोज निकले वो भी बहुत अच्छे है|
फिर मैं अमित के सात अपने सर के घर गया कैरम खेलने फिर खेलने के बाद वहां से भी हम कुछ देर बाद निकल गये फिर हम अमित के घर गये वहां उसके छोटे भाइयो के मस्ती किया और अमित ने अपने ऑनलाइन लेक्चर को कम्पलीट किया| फिर अमित के घर पर हमारा एक और पुराना मित्र मिल गया उसके साथ हम बाहर गए और मंचूरियन ग्रेवी खाते खाते बते किये फिर अपने अपने घर चले गए|
घर आने के बाद मैंने पैसे लिए और दूध ला के रख दिया फिर मैंने अपना ब्लॉग लिखना शुरू कर दिया| कुछ देर में दीदी ने चाय बना के दिया. और ब्लॉग लिखते समय मेरी प्यारी बहन का मैसेज आया भें का नाम निक्की है|
दीदी खाना बना रही है जिसमे है|
आज रात का खाना
1. पनीर की सब्जी
2. चावल
3. रोटी
4. सलाद
कुछ इस तरह से मैंने आज का दिन व्यतीत किया
आप सब ब्लॉग वासियो को मेरी तरफ से शुभ रात्रि!!