ख्वाहिशें सौ पालो मगर एहसान कभी किसी का ना लो यारो, अदा करने की .............

in poem •  3 years ago 



ख्वाहिशें सौ पालो मगर एहसान कभी किसी का ना लो यारो, अदा करने की खातिर रोज घुट-घुट जीना पड़ता है|'."

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