अपनो की ही साजिशों के हम शिकार........................

in sad •  3 years ago 



अपनो की ही साजिशों के हम शिकार बनते गए, रिश्तों में हमने दिल साफ क्या रखा, उतना ही लोग हमें बेवकूफ समझते गए|'."

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