कोई खुश है ,
कोई दुखी -
सब अपने अपने कारणों से |
कुछ लोगों के पैर छूने पर भी चेहरे पे कोई ख़ुशी नहीं होती |
कुछ ऐसे भी है ,
नज़र मिलते ही आँखों से खुशिओं के आंसू निकल आते हैं |
कुछ लोगों के घर में हादसा हो जाए, पर बईमानी नहीं छोड़ पाते |
कुछ ऐसे भी है ,
माँ बाप के पैरों में दर्द हो न हो , दिन रात पैर दबाते रहते है |
कुछ लोग अपने बच्चो की तरक़्क़ी पर भी खुश नहीं होते हैं,
कुछ लोग ऐसे भी है ,
दूसरो के बच्चों की खुशी के लिए , जान की बाज़ी लगा देते हैं||
कुछ लोगों का दिमाग ज्यादा चलना शुरू हो जाए, अकड़ छोड़ नहीं पाते ,
कुछ लोग ऐसे भी है,
दूसरो के दिलों को रौशन करने के लिए, दिमाग को पूरा ही बेच देते है |