What are the 7 Symptoms of PCOS in Hindi
PCOD Ke Lakshan in Hindi | PCOS के लक्षण
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जो एक महिला के हार्मोन के स्तर को प्रभावित करती है| यह हार्मोन असंतुलन होने की वजह से उनके पीरियड देर मे आते है और साथ ही उनके लिए गर्भवती होना थोड़ा मुश्किल हो जाता है लेकिन नामुमकिन नहीं|
आज कल की तेज रफ्तार जिंदगी और बिजी लाइफस्टाइल के चलते हम अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और इस वजह से कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं और उनमें से एक है पीसीओएस (PCOS) या पीसीओडी (PCOD) है|
आपको जानकर हैरानी होगी कि आजकल हर 10 में से एक महिला को पीसीओएस (PCOS) की समस्या रहती है|
इसीलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम इसके बारे में समझें| आइए देखते हैं कि पीसीओएस (PCOS) क्या होता है| इसके होने के क्या कारण होते हैं और इसके क्या सिम्टम्स होते हैं साथ ही देखेंगे कुछ सिंपल लाइफ एसे निजात पाई जा सकती है|
PCOS क्या होता है? (What is PCOS?)
PCOSका फुल फॉर्म है पॉलयसयस्टिक ओव्री सिंड्रोम Polycystic ovary syndrome (PCOS) या इसको PCOD भी कहते हैं जिसका फुल फॉर्म होता है 'पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर" Polycystic ovary disorder |
इसमें महिलाओं के गर्भाशय में मेल हार्मोन जिसे एंड्रोजन भी कहा जाता है उसके स्तर बढ़ जाते हैं जिसकी वजह से ओवरी में सिस्ट बनने लगती है|
हालांकि यह बीमारी होने का कोई कारण नहीं पता चला है लेकिन डॉक्टर्स का मानना है कि यह हार्मोन असंतुलन,मोटापे, असंतुलित आहार और तनाव की वजह से होता है| यह कुछ केसेस जेनेटिक हिस्ट्री की वजह से भी होता है|
विशेषज्ञों का मानना है की जिन लेडीज की लाइफ ज्यादा स्ट्रेसफुल तनावपूर्ण होती है उनमें यह PCOS की समस्या होने की संभावना ज्यादा होती है|
हम देखते हैं कि पीसीओडी PCOD/PCOS) के क्या कारण होते हैं: (What are the Reasons of PCOS? )
- जंक फूड का ज्यादा सेवन करना या ज्यादा तेल युक्त फैटी और मीठी चीजें खाने से भी यह परेशानी हो सकती है|
- यदि परिवार में किसी को पहले पीसीओएस की परेशानी रह चुकी है तो यह भी एक कारण हो सकता है क्योंकि यह जेनेटिकली भी ट्रांसफर हो सकती है|
- अधिक मोटापे की वजह से भी पीसीओडी (PCOD) की परेशानी हो जाती है क्योंकि जब शरीर में अधिक चर्बी बढ़ जाती है तो इसके कारण एस्ट्रोजन हार्मोन की निर्मिति सामान्य से ज्यादा होने लगती है जो अंडाशय में चेस्ट बनाने के लिए जिम्मेदार होती है|
- ज्यादा स्ट्रेसफुल और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल के चलते भी PCOS की समस्या उत्पन्न हो सकती है|
पीसीओएस के क्या लक्षण होते हैं: (What are the Symptoms of PCOS/PCOD in Hindi?)
मुहासे होना:(PCOS Results in Pimples on the Face)
चेहरे पर मुंहासे हो जाते हैं| या फिर चेहरे गर्दन छाती जागो आदि पर धब्बे से दिखाई देने लगते हैं| पीसीओएस के चलते आपका चेहरा ऑइली भी हो सकता है या फिर डेंड्रफ की परेशानी भी हो सकती है|पीसीओएस (PCOS) में मुहांसों की शुरुआत धीमी होती है लेकिन अगर यह बहुत ज्यादा बढ़ जाए तो बजाय कोई घरेलू उपचार करने के आप कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें|
इरेगुलर पीरियड्स : (Irregular Periods is a Sign of PCOS)
इरेगुलर पीरियड्स होना यानी समय पर मासिक धर्म का न आना| पीरियड्स के स्टार्टिंग में ही यानी के छोटी उम्र में ही अनियमित मासिक धर्म का आना इसका सबसे बड़ा संकेत है|
ज्यादा टेंशन: (Stress Full Life)
ज्यादा चिंतित रहना या ज्यादा चिड़चिड़ापन, या फिर किसी बात पर जरूरत से ज्यादा इमोशनल हो जाना इस बीमारी का एक संकेत है|
वजन बढ़ना: (Weight Gain is a Symptom of PCOS)
बिना किसी कारण अचानक से वजन बढ़ जाना bhi PCOS का एक मुख्य लक्षण है|
अनचाहे बाल: (Unwanted Hair Growth is a Sign of PCOS)
अनचाहे बाल उगना, जैसे चिन पर बाल आ जाना छाती पर, पैरों के अंगूठे पर, पेट और पीठ पर बाल दिखाई देने लगना इसके अलावा बालों का झड़ना भी पीसीओएस (PCOS) का संकेत हो सकता है|
यह सिर्फ हार्मोनल चेंजेज की वजह से नहीं होता है बल्कि यह PCOS ka भी एक लक्षण है|
बांझपन :(Infertility can be a Symptom of PCOS/PCOD):
PCOS की समस्या के चलते इनफर्टिलिटी या बांझपन हो सकता है| लेकिन यह जरूरी नहीं है ऐसे कई कैसे देखे गए हैं जहां पर महिला को पीसीओएस की परेशानी है लेकिन कुछ समय इलाज करवाने के बाद गर्भवती हो पाई है और उनके स्वस्थ बच्चे हुए हैं|
आजकल इन विट्रो फर्टिलाइजेशन जैसी नई तकनीके उपलब्ध है जिनसे PCOS की समस्या को खत्म किया जा सकता है और उसके बाद गर्भ में अंडा स्वस्थ और प्राकृतिक तरीके से विकसित हो जाता है|
लाइफ़स्टाइल चेंजेज PCOS से छुटकारा पाने के लिए:( Some Lifestyle Changes to Get Relived from PCOS)
वैसे तो पीसीओएस को पूरी तरह से ठीक करना थोड़ा कठिन है लेकिन कुछ लाइफ़स्टाइल चेंजेज केसे इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है:
- यदि आपका वजन ज्यादा है तो उसको कम करने का प्रयास करें| कुछ मरीजों में देखा गया है कि केवल वजन कम करने से उन्हें बहुत फायदा हुआ है|
- एक्सरसाइज करें एक्सरसाइज करने से आपका वजन कंट्रोल में रहेगा और पीसीओएस से होने वाली इंसुलिन रेसिस्टेंस की समस्या भी कम हो जाएगी|
- बैलेंस डाइट लें|
- जंग फूड जैसे कि पिज़्ज़ा बर्गर आपके शरीर के लिए नुकसानदायक है इसके बजाय आप हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों का सेवन करना शुरू करें|
- अपनी लाइफ स्टाइल में थोड़ा परिवर्तन करें चिंता, क्रोध, टेंशन आदि से दूर रहने के लिए आप मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं|
- पीसीओएस (PCOS) से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक दवाइयों का सहारा ले सकती है | पीसीओएस (PCOS) से पीड़ित लोगों को योगा करना चाहिए, सूर्य नमस्कार, धनुरासन और भुजंगासन इसके लिए बहुत प्रभावी है|
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