भगवान पर भरोसा है भगवान से सब चाहिए किन्तु जब मंदिर जाएंगे तो पैसा वो चढ़ाएंगे जो बाजार में नहीं चलता मतलब फटे नोट खोटा सिक्का खुद खाएंगे ताजे फल भगवान पर चढ़ाएंगे सड़े बासी फल कितनी अजीब सोच है आदमी अपने आप को सर्वोपरि समझने लगा है।
🍁"रिद्धि दे, सिद्धि दे,
वंश में वृद्धि दे, ह्रदय में ज्ञान दे,
चित्त में ध्यान दे, अभय वरदान दे,
दुःख को दूर कर, सुख भरपूर कर, आशा को संपूर्ण कर,
सज्जन जो हित दे, कुटुंब में प्रीत दे,
जग में जीत दे, माया दे, साया दे, और निरोगी काया दे,
मान-सम्मान दे, सुख समृद्धि और ज्ञान दे,
शान्ति दे, शक्ति दे, भक्ति भरपूर दें.
नववर्ष मंगलमय हो