1. ताजमहल (आगरा, उत्तर प्रदेश)
- इतिहास: मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने 1632 में अपनी प्यारी बेगम मुमताज़ की याद में इस सफेद संगमरमर के मकबरे का निर्माण करवाया।
- विशेषता: यह UNESCO की विश्व धरोहर सूची में शामिल है और "प्रेम का प्रतीक" माना जाता है। इसकी नक्काशी और चाँदनी रात में इसकी खूबसूरती अद्वितीय है।
2. लाल किला (दिल्ली)
- इतिहास: 1639 में शाहजहाँ ने इसे मुग़ल साम्राज्य की शान के तौर पर बनवाया। यह भारत की आज़ादी का भी प्रतीक है।
- विशेषता: लाल बलुआ पत्थर से बने इस किले में दीवान-ए-आम और दीवान-ए-खास जैसे भव्य हॉल मौजूद हैं।
3. कुतुब मीनार (दिल्ली)
- इतिहास: 1193 में कुतुब-उद-दीन ऐबक ने इसकी नींव रखी। यह दुनिया की सबसे ऊँची ईंटों वाली मीनार (73 मीटर) है।
- विशेषता: इसके पास लौह स्तंभ (आयरन पिलर) भी है, जो 1,600 साल से ज़ंग रहित है।
4. अजंता और एलोरा की गुफाएँ (महाराष्ट्र)
- इतिहास: अजंता (2री शताब्दी ईसा पूर्व) बौद्ध कला का उत्कृष्ट उदाहरण है, जबकि एलोरा (600–1000 ईस्वी) में हिंदू, जैन, और बौद्ध गुफाएँ हैं।
- विशेषता: अजंता की भित्तिचित्रों और एलोरा के कैलाश मंदिर (पत्थर को काटकर बनाया गया) की वास्तुकला अद्भुत है।
5. खजुराहो के मंदिर (मध्य प्रदेश)
- इतिहास: 10वीं-12वीं शताब्दी में चंदेल राजाओं द्वारा बनवाए गए ये मंदिर हिंदू और जैन धर्म को समर्पित हैं।
- विशेषता: इनकी दीवारों पर उकेरी गई कामुक मूर्तियाँ कला और आध्यात्मिकता का अनूठा संगम दिखाती हैं।
6. हम्पी (कर्नाटक)
- इतिहास: यह विजयनगर साम्राज्य (14वीं-16वीं शताब्दी) की राजधानी थी।
- विशेषता: विरुपाक्ष मंदिर, पत्थर का रथ, और राजा की सीट (किंग्स बैलेंस) यहाँ के प्रमुख आकर्षण हैं।
7. कोणार्क सूर्य मंदिर (ओडिशा)
- इतिहास: 13वीं शताब्दी में राजा नरसिंहदेव ने इसे सूर्य देव के रथ के रूप में बनवाया।
- विशेषता: मंदिर की संरचना 12 जोड़ी पहियों वाले रथ जैसी है, जो सूर्य की गति को दर्शाती है।
8. जयपुर के किले (राजस्थान)
- आमेर किला, नाहरगढ़, और जयगढ़ किला राजपूत शौर्य और वास्तुकला के प्रतीक हैं। इन्हें 16वीं-18वीं शताब्दी में बनाया गया।
- विशेषता: आमेर किले का शीश महल और जयगढ़ में दुनिया का सबसे बड़ा तोप "जयवाण" देखने योग्य है।
9. सांची स्तूप (मध्य प्रदेश)
- इतिहास: सम्राट अशोक ने 3री शताब्दी ईसा पूर्व में इस बौद्ध स्तूप का निर्माण करवाया।
- विशेषता: स्तूप के तोरण द्वारों पर बुद्ध के जीवन से जुड़ी कथाएँ उकेरी गई हैं।
10. फतेहपुर सीकरी (उत्तर प्रदेश)
- इतिहास: अकबर ने 16वीं शताब्दी में इसे अपनी राजधानी बनाया, लेकिन पानी की कमी के कारण छोड़ दिया।
- विशेषता: बुलंद दरवाज़ा और पंच महल यहाँ की भव्यता के प्रतीक हैं।