नमस्कार दोस्तों कैसे हो सब! सब ठीक है ना आज हम दुनिया के 1 खड्डे के बारे मे जानकारी करने वाले हूं आप शायद आप नहीं जानते होंगे आज मैंने सोचा मेरी खबर सुनाने से पहले आप की खबर ले लु तो चलिए दोस्तों आपका ज्यादा समय ना लेते हुए मैं आपके सामने मेरी यह खड्डे वाली न्यूज़ रखने की कोशिश करूंगा.
दोस्तों इस जानकारी के पार्ट 1 पार्ट 2 से तैयार किया गया है आज पार्ट 1 की पोस्ट होगी और पार्ट टू की पोस्ट कल होगी
और आशा करूंगा आप मुझे अपवोट देकर मेरा सम्मान करें।
कोला सुपर डीप होल ये एक बोरवेल है जो रशिया के कोला प्रांत में स्थित है। ये दुनिया का सबसे गहरा खड्डा है जिसको 24 मई 1970 से बनाना सुरु किया गया था।
1970 में सोवियत के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी की बाहर सतह (पपड़ी) के बारे में जानना चाहा। इसकी खोज के लिए चंद वैज्ञानिकों ने मिलकर रूस में एक गहरा होल (छेद) करने की सोची। ऐसा होल जिसकी गहराई आखिर में इन वैज्ञानिकों को पृथ्वी की पपड़ी का रहस्य बता दे। इसको लेकर 1970 में ही इन वैज्ञानिकों ने मिलकर गड्ढा खोदना शुरू किया। बताते चलें कि ये पूरा काम उसी योजना के अंतर्गत था जिसे 1966 में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने प्रोजेक्ट मोहोल के नाम से शुरू करने का मन बनाया था। किसी कारण से इन वैज्ञानिकों ने इस योजना को रिजेक्ट कर दिया था।
अमेरिकी वैज्ञानिकों को दी चुनौती
वहीं 1970 में रूस के वैज्ञानिकों ने अमेरिकी वैज्ञानिकों को चुनौती देने के लिए इस योजना पर काम करने का मन बनाया। 1970 में रूस की सरजमीं पर इस गड्ढे को खोदने का काम शुरू किया गया। इसे नाम दिया गया कोला सुपरडीप बोरहोल का। 24 साल बीत गए इसे खोदते-खोदते, लेकिन पृथ्वी की बाहरी सतह के नाम पर वैज्ञानिकों के हाथ कुछ नहीं लगा।
इतनी जानकारी आज के लिए आगे की जानकारी कल पोस्ट करूंगा और यह बहुत मजेदार कहानी है दोस्तों अभी तक आपने मुझे फॉलो नहीं किया हो तो प्लीज आप मुझे फॉलो कर दीजिए क्योंकि मैं इसका पार्ट-2 लेकर जब मैं आऊंगा तो आप तक पहुंचाने मैं मुझे आसानी रहेगी