नमस्ते ,मै @techsoulai इंडिया से हूँ। सभी दोस्तों को मेरा प्रणाम ,आज मैं आपके सामने (Hindwhale Community) समुदाय में 05 . 10 . 2023 को बिताए गए पूरे दिन की गतिविधियों का डायरीगेम प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। कल मैंने एक ऐसा दिन बिताया जो बढिया रहा ,अब मैं आपके सामने कल बिताई गई सुबह से रात तक की गतिविधियाँ प्रस्तुत करता हूँ।
मित्रो कल का मेरा दिन हर रोज की तरह ही शुरू हुआ , मै सुबह आठ बजे ऑफिस के लिए निकला। मेरे घर से पांच मिनट की दुरी पर लोकल ट्रैन का स्टेशन है। मैंने अपनी रोज की ट्रैन , जो सव्वा आठ बजे की होती है , पकड़ ली . और दस बजे ऑफिस पहुंचा। ऑफिस का काम शुरू हुआ ,तभी मेरे बॉस ने बुलाया और कहा की आप को मंत्रालय जाना है ,एक बहुत जरुरी काम है। जो आपही कर सकते है। आप लंच के बाद मंत्रालय जाए। मै डेढ़ बजे लंच होने के बाद मंत्रालय के लिए निकला।
मेरा ऑफिस डाकयार्ड रोड में है ,और वहां से दो स्टेशन आगे सी. एस. टी. स्टेशन है। वहां से चलकर पंधरा मिनट की दुरी पर मंत्रालय है। मंत्रालय में मेरा काम साढेचार बजे हो गया। तो मैंने बॉस को फ़ोन करके बोला ,काम हो गया है। मै ऑफिस आ जाता हु। तभी बॉसने कहा ,आप को आने तक पांच सव्वा पांच हो जायेंगे। ऐसा करे आप वहीं से सीधे घर जायें। कल आ जाए। क्युकी मुझे वहा से डायरेक्ट ट्रैन है।वैसे मेरे बॉस अच्छे है। मुझे भी अच्छा लगा।
तभी मेरे मन में आया ,बहुत दिनों के बाद यहां आया हु ,तो चलके जायेंगे। और मै चलके सी. एस. टी. (छत्रपति शिवजी महाराज टर्मिनल ) के लिए निकला। मंत्रालय से मै ऑगस्ट क्रांति मैदान से निकला , नब्बे के दशक में में इसी एरिया में काम करता था। जॉब मिलने के बाद ये साइड आना कम हो गया है। मैदान में बच्चे क्रिकेट की प्रैक्टिस कर रहे थे ,इस मैदान ने भारत के लिए बड़े बड़े खिलाडी दिए है।
उसी के सामने राजाबाई टॉवर है। बहुत पुरातन शैली की ईमारत है। इसकी ऊपर एक बहुत बड़ी घडी लगी हुई है। जो इंग्रेजो के काल से है ,मगर आज भी सही समय दिखाती है। आज वहां पर हाई कोर्ट है। वहा से आगे थोड़ा चलने पर फ़ौंटन याने हुतात्मा चौक है। वहा आने के बाद मुझे पुराने दिन याद आ गए। यही पर मेरा पुराना ऑफिस था।
और आगे आने के बाद सी. इस. टी. स्टेशन दिखाई देता है। में स्टेशन के सामने जाकर रुक गया। वहां से मैंने फोटो लिए।
सी इस टी स्टेशन का नाम विक्टोरिया टर्मिनल हुआ करता था। अभी इसका नामकरण महाराष्ट्र के आराध्य दैवत , "छत्रपति शिवजी महाराज टर्मिनल "कर दिया गया है। ये वास्तुकला का अनुपम नज़ारा है। इसे इंग्रजोने बनाया है। मगर कारीगर तो हमारे भारतीय ही थे। अभी वहाँ पर भारतीय रेलवे का मुख्यालय है। यहां से भारत के हर कोने में रेलवे दौड़ती है। आप नजदिक से इसे देखेंगे तो देखते रह जायेंगे। बहुत सुन्दर ईमारत है। इसके बाजुमें मुंबई महानगरपालिका का मुख्यालय है। शायद सबसे बड़ी महानगरपालिका है।
यहां मुंबई कभी रूकती नहीं है। बहुत स्वस्छ और सुन्दर एरिया है ये। मैंने फोटो लिए और पांच बत्तीस की पनवेल ट्रैन ट्रैन पकड़ ली। स्टार्टिंग पॉइंट होने से मुझे विंडो सीट मिली। साढ़ेसात बजे मै घर पहुंचा। रात नौ बजे खाना होने के बाद मै अपना ब्लॉग लिखने बैठा,और साढ़े दस बजे सो गया। मित्रो मेरा ये कल का दिन बढ़िया रहा ,शायद आप लोगों को पसंद आए। धन्यवाद। ........
Photos captured b | @techsoulai |
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Location | Mumbai ,Maharashtra , India |
Camera Device | Vivo Y20G |
I hope you like this | Thanks for reading. You are all welcome.. |