मध्यप्रदेश सरकार ने सड़े हुए प्याज से बिजली पैदा करने और खाद बनाने का फैसला किया है, क्योंकि इसमें काफी समस्याएं हैं। इस गर्मी में प्याज की 34 लाख क्विंटल की भरपूर फसल के कारण विरोध प्रदर्शन हुए और सरकार ने थोड़ी सी अवधि में 7 लाख क्विंटल प्याज की खरीद की, लेकिन उन्हें स्टोर करने के लिए जगह नहीं थी। अब इससे खाद बनाने के लिए सड़े हुए प्याज का इस्तेमाल करने की योजना बनाई गई है।
आने वाले दिनों में बेंगलुरु बाजार में प्याज की बाढ़ आने की संभावना है क्योंकि महाराष्ट्र के किसान अपनी प्याज की फसल बेंगलुरु बाजार में बेच रहे है और आगे तेलंगाना और गुजरात के किसान भी अपनी फसल भेज सकते हैं।
देश में प्याज की बम्पर फसल के कारण कम आवक के बावजूद कीमतों पर असर नहीं पड़ेगा। 2016-17 के लिए प्याज का उत्पादन 215.6 लाख टन होने की संभावना है जबकि घरेलू खपत 130 लाख टन है।