ज्ञानियों में एक चमक होती है ,एक तेज सा उनकी आँखों में होता ही है और ये बात उनकी तस्वीरों को देख कर समझी जा सकती है जैसे Albert Einstein,गाँधी जी Sir Tesla ,Sir Stephen Hawking _सब के में जो उनकी तस्वीरों में आज भी दर्शनीय हैं ज्ञान की चमक और विश्वास दिखता है ये विश्वास कोई दिखावा नहीं और न ही पैदा किया जा सके ऐसा कोई artificial effect है। ..... मेरे कृष्ण जब भी अवतार लेकर आते हैं ज्ञानियों वाली ये चमक सातवें आसमान पर पहुंची दिखाई देती है उनकी आँखों में ,
एक चित्रकार भी जब मेरे कृष्ण की तस्वीर बनाने का विचार करता है तो कल्पना करता अत्यधिक आंनद और शांति की ,या तो फिर कल्पना करता है कृष्ण के बाल सुलभ चंचल स्वाभाव की। ..... चाहे जो भी हो ,ज्ञानियों वाली वो चमक कान्हा की आंखों में सबसे ज्यादा चमकती है ,कृष्णा की हर एक प्राप्त तस्वीर सबमे कृष्णा हमें ऐसे देख रहे होते हैं जैसे हमें हमसे भी ज्यादा जानते हैं ,और आँखों में सर्वाधिक चमक धारण किये कृष्णा को देखता हूँ तो महसूस करता हूँ कि सब ज्ञानीजन हैं तो उन्ही का रूप पर कृष्णा कुछ यूँ हैं जैसे तारों के बीच में ध्रुव तारे का दर्शन हो। ...... चाहे साधारण वेश बना लें या चाहे दिव्या ऐश्वरयोमयी वेश धरा हो उन्होंने पर एक विशेषता हर रूप में देखी कि शांति चेरे से टप-टप टपकती है _जो मन से दर्शन करे तो परमशान्ति और आनंद में डूब सकता है कोई भी और कृष्णा भी स्वयं का पूरा वेश परिवर्तन कर सकते पर अपना तेज नहीं छुपा सकते जो ज्ञान की चमक बन उनकी आँखों में जो चमकता ही रहता है हर पल। .राम और कृष्ण भगवन के दो ऐसे रूप जब सूर्य के रूप में दुनिया को प्रकाशित करने वाले भगवान नारायण चंद्र के सामान शीतल तेज वाले हो गए, ,ये भी वजह वजह है कि ' चंद्र ' नाम भगवान राम और भगवान कृष्णा दोनों के संग-संग चलता है। .....
The English translation of this post are below:
There is a brightness in the enlightenment, one is very fast in his eyes and this can be understood by looking at his photos like Albert Einstein, Gandhiji, Sir Tesla, Sir Stephen Hawking, who is still visible in his photographs It is the brightness and faith of knowing that this belief is not an exhibition and cannot be created, there is such not an artificial effect. Whenever Krishna comes with the incarnation, this glow of enlightenment appears on the seventh heaven In his eyes, even a painter, when he thinks of making a picture of Krishna, imagines to be of great joy and peace, Either imagine that Krishna's childhood is easy to playful nature. Whatever the horoscope, whatever the glow of the eyes, Krishna is the brightest one in the eyes, every single picture of Krishna, Krishna is watching us like we know more than us, and the brightness in the eyes If we look after Krishna wearing Krishna I feel that all the Gnaniis are there, Krishna is some of the same things as in the form of them, like the stars of the Dhruv star in the middle of the stars. ...... Whether it is easy to create an impression or whether Divya is divine love, one attribute is seen in every form that peace moves with a cheerleading chest, which can be seen in the mind and can be immersed in ecstasy and happiness. And Krishna can change himself completely but cannot conceal his sharpness, which becomes the brightness of knowledge, which keeps shining in his eyes every moment. Two such forms of Ram and Krishna God have become soft-fast like a moon, 'Lord Narayan' who published the world in the form of the sun, this is also the reason why the name 'Chandra' is associated with both Lord Rama and Lord Krishna. Walks along. .....