इंसान इस दुनिया का सबसे घटिया प्राणी है। जो बस अपना मतलब निकालता है।
RE: सुख : स्वरूप और चिन्तन (अंतिम भाग # ४) | Happiness : Nature and Thought (Final Part # 4)
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सुख : स्वरूप और चिन्तन (अंतिम भाग # ४) | Happiness : Nature and Thought (Final Part # 4)