""यतीन्द्रनाथ ने चाहे साधुओं का वेश धारण न किया हो, किन्तु वे सच्चे साधु थे और परम सेवाव्रती थे, इस विषय में किसी संदेह के लिए अवकाश नहीं है | ""
Gita mein srikrisna ne kaha he...
"Daridraya krutam danam
Soonya lingaschya poojanam
Andadha pretha samskaram
Aswamedha sanam biduhu."
RE: मन का माधुर्य : सेवा धर्म (भाग #१) | The Melody of Mind : Service Religion (Part # 1)
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मन का माधुर्य : सेवा धर्म (भाग #१) | The Melody of Mind : Service Religion (Part # 1)