आज दिखेगा 'सुपर ब्लड मून', जानिए चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचाव के लिए क्या करें और क्या नहीं

in nature •  4 years ago 

साल का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई 2021, दिन बुधवार को लगेगा। यह एक खास खगोलीय घटना होगी। क्योंकि यह सुपर मून, चंद्र ग्रहण और ब्लड मून होगा। साल के पहले पूर्ण चंद्र ग्रहण को ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, उत्तर और दक्षिण अमेरिका और पूर्वी महासागर में देखा जा सकेगा। भारत की बात करें तो चंद्रमा पूर्वी क्षितिज से नीचे होगा, जिसके कारण देश के कई हिस्सों में ब्लड मून नहीं दिखेगा।

जानिए क्या होता है ब्लड मून-

सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी के आने की घटना को चंद्र ग्रहण कहते हैं। इस स्थिति में पृथ्वी की छाया चंद्रमा की रोशनी को ढक लेती है। जिसके कारण सूर्य की रोशनी जब पृथ्वी के वायुमंडल से टकराकर चंद्रमा पर पड़ती हैं तो यह ज्यादा चमकीला हो जाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी के पास धीरे-धीरे पहुंचता है तो उसका रंग काफी चमकीला यानी गहरे लाल रंग का हो जाता है। इस घटना को ब्लड मून कहा जाता है।

चंद्र ग्रहण का समय-

हरि ज्योतिष संस्थान लाइनपार के ज्योतिर्विद पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया 26 मई को ग्रहण दोपहर 2.17 बजे से आरंभ होगा और शाम 7.19 बजे तक रहेगा।

कहां नजर आएगा साल का पहला चंद्र ग्रहण-

पूर्वी एशिया, प्रशांत महासागर, उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों में और आस्ट्रेलिया में पूर्ण चंद्र ग्रहण नजर आएगा। जबकि भारत के लोग आंशिक चंद्र ग्रहण का आखिरी भाग देख सकेंगे।

ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचाव के लिए क्या करें और क्या नहीं-

ग्रहण काल में क्या नहीं करना चाहिए-

-मान्यता है कि ग्रहण के दौरान तेल लगाना, जल पीना, बाल बनाना, कपड़े धोना और ताला खोलने जैसे कार्य नहीं करने चाहिए।

-कहा जाता है कि ग्रहण काल में भोजन करने वाले मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उसे उतने सालों तक नरक में वास करना पड़ता है।

-मान्यता है कि ग्रहण काल में सोने से व्यक्ति रोगी होता है।

-चंद्र ग्रहण में तीन प्रहर का भोजन करना वर्जित माना जाता है।

-ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल आदि नहीं तोड़ने चाहिए।

-ग्रहण काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें-

-ग्रहण शुरू होने से पहले खुद को शुद्ध कर लें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ माना जाता है।

-ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है।

-चंद्र ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।

-ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

-ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी की पत्ती डालनी चाहिए।
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