हथेली सामने रखना, के सब आंसू गिरे इसमें,
जो रुक जाये होठों पर, समझ जाना के वो मै हूँ |
कभी जब चाँद को देखो, तो तुम यूं मुस्कुरा देना,
के फिर बादल भी आ जाएँ, समझ जाना के वो मै हूँ |
जो चल जाए हवा ठंडी, तो ऑंखें बंद कर लेना,
जो झोंका तेज़ हो सबसे, समझ जाना के वो मै हूँ |
जो ज्यादा याद आऊं मै, तो रो लेना जी भर के,
अगर हिचकी कोई आये, तो समझ जाना के वो मै हूँ |
Ek Gazal Dedicated to my loving brother @rakeshnadaan