आज का पंचाग (aaj ka panchang)
15 अप्रैल 2018
भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम: ।।
।। आज का दिन मंगलमय हो ।।
दिन (वार) रविवार को भगवान सूर्य को प्रात: ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़, और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए, एवं आदित्यहृदयस्तोत्रम् का पाठ करना चाहिए। रविवार को यदि संभव हो तो नमक ना खाएं रविवार को मीठा खाना श्रेयकर होता है ।
स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
*विक्रम संवत् 2075 संवत्सर कीलक तदुपरि सौम्य
*शक संवत - 1940
*अयन - उत्तरायण
*ऋतु - वसन्त ऋतु
*मास - वैशाख माह
*पक्ष - कृष्ण पक्ष
तिथि (Tithi)- चतुर्दशी - 08:37 तक तदुपरान्त अमावस्या ।
तिथि का स्वामी - चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव हैं ।
चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव हैं। अतः प्रत्येक मास की चतुर्दशी विशेषकर कृष्णपक्ष की चतुर्दशी के दिन शिव जी की पूजा, अर्चना एवं रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं, भक्तो के सभी संकट दूर होते है । चतुर्दशी को सभी शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए शास्त्रों में मना किया गया ।
नक्षत्र (Nakshatra) रेवती - 16 अप्रैल सुबह 04:05 तक तदुपरान्त अश्विनी ।
नक्षत्र के देवता,ग्रह स्वामी- रेवती नक्षत्र के देवता पूषा (पूषण नाम का सूर्य ) हैं एवं ग्रह स्वामी बुध देव है । तथा अश्विनी नक्षत्र के देवता नासत्(दोनों अश्वनी कुमार) हैं एवं ग्रह स्वामी केतु है ।
योग(Yog) - वैधृति - रात्रि 01:10 तक ।
प्रथम करण : - शकुनि - ०८:३७ तक
द्वितीय करण : - चतुष्पाद - २०:०६ तक
गुलिक काल : - अपराह्न - 3:00 से 4:30 तक ।
दिशाशूल (Dishashool)- रविवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है । यदि यात्रा आवश्यक हो घर से पान या घी खाकर जाएँ ।
राहुकाल (Rahukaal)-सायं - 4:30 से 6:00 तक ।
सूर्योदय -प्रातः 06:06 ।
सूर्यास्त - सायं 06:47 ।
विशेष - चतुर्दशी, अमावस्या, पूर्णिमा, संक्रांति, और अष्टमी, रविवार, श्राद्ध एवं व्रत के दिन स्त्री सहवास तथा तिल का तेल, लाल रंग का साग तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है।
पर्व त्यौहार-
मुहूर्त (Muhurt) - चतुर्दशी तिथि भी रिक्ता तिथि है इसलिए इस दिन भी कोई भी नया, मांगलिक कार्य वर्जित है ।
"हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण,आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो "।
आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।
आचार्य राजेश वशिष्ठ
+919871971982
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