मैंने कई फेरी वालो को देखा और दुकानों में तो ऐसे इज़ाफ़ा हुआ जा रहा है यानि सचमुच ज्यादा ,मैं समझ सकता हूँ कि जिसे भी अपने अध्ययन से निराशा बढ़ती लगती है बजाए कम होने के तो वो जाने पहचाने तरीकों की ओर बढ़ जाता है और इस सोच की मैं वाकई इज्जत करता हूँ क्योंकि इस सोच की बदौलत छोटे से अपने काम धंदे को अपनी निराशा के बीच अड़ाकर कलियुग में बंदा चलता रहता है और चलते रहने वाले को ही सम्मान है और ये सोच के संकोच भी नही करना चाहिए कि 'कैसा है हमारा काम'क्योंकि बापू कह गए हैं कि काम कोई छोटा या बड़ा नही होता ,काम काम होता है अगर छोटा छोटा काम करने वाले नही होंगे तो मोटा मोटा काम करने वालों को अपने काम में परेशानी होने लगेगी.....खुश होने के लिए वजह जरूरी नही पर दिल है कि मानता नही तो खुश होने के लिए साधारण कारण सबसे बढ़िया होते हैं जैसे कि हरिनाम जप, पुण्य परोपकार इन्हें करो साधारण नियमों में शुमार यानी इन्हें अपनाना जीवन में उतना ही आसान होना चाहिए जैसे साधारण बातों को हम यू ही अपना लेते हैं तो क्या साधारण तरीके से अपनाये जाने से इन अच्छी बातों के प्रभाव भी साधारण हो जाएंगे?वो तो उतने ही खास रहेंगे पर खुद की ख़ुशी को complex के बजाय साधारण कारण बनाकर देने से वो feel आसानी से होती है क्योंकि सबसे बड़ा सच तो यही है कि हमे खुश रहने के लिए कारण की जरूरत नही ,खुद सोचिये कि क्या भगवान ख़ुशी को कारण से जोड़ सकते हैं? इस तरह देखा देखा जाए तो गरीबों का खुश रहना तो नामुमकिन ही माना जायेगा न क्योंकि उनके लिए बहुत मुश्किल है ऐसा कारण बनाना .......गरीब इंसान खुशी को कारण से मुक्त रख कर सस्ते में खुश रह लेता है और अमीर आदमी बिना कारण के मुस्कुरा भी नही पाता ,गरीब भी अगर अमीर हो जाये तो अक्सर इस कला को भूल जाता है और तब भी न भूले तो सच्चा अमीर ही हुआ न!.......मुझे भी अक्सर निराशा घेर लेती और कई बार तो बड़े बड़े लोगो के उदाहरण भी काम नही आते तब भी मेरी जान पहचान के वो छोटे लोग जो अपना काम ईमानदारी संग ख़ुशी के साथ कर पाते होते थे उनकी यादें मेरी प्रेरणा को लौटा देती थी ,इसका एक कारण ये भी है कि बड़े महापुरुषों के निजी जीवन को feel करने की अपेक्षा इस स्थिति में जब मन को instant boostचाहिए तो करीब के किसी पात्र से प्रेरणा आसानी से मिलती है पर वो कोई अच्छा इंसान ही हो सकता है जिसको याद करने से मन प्रेरणा पा सके ,माना कि कलियुग बहुत भयंकर है तो भी अपने आसपास focus करेंगे तो एक न एक तो ऐसा मिल ही जाता है...... कितने ही ऐसे लोग देखे जो अपनी दुकान खोले बैठे रहते पर जिनकी दुकान पर हमेशा कम customers ही देखे और कभी कभी तो वो भी नही पर लगातार लगे रहकर वो न सिर्फ मुझे प्रेरणा देते बल्कि भगवत संदेश दे मेरे मन में सदा के लिए रहने लगते क्योंकि उनका लगातार संघर्ष भी उनकी जीवन स्थिति में कोई बड़ा परिवर्तन लाता तो नही दिखता मुझे पर ये समझाता जरूर है जो उनके मन में प्रभु पर विश्वास का प्रतीक है कि"हम मेहनत का रास्ता खोले रखें तो रोटी देने वाला भगवान बैठा है" और इस प्रकार की सोच को कल को सफलता मिलने लगे तो कोई बड़ा आश्चर्य नही!छोटे level पर भाइयों को live संघर्ष करते देखकर मैं निराशा के भयंकर समय भी प्रेरणा जुटा पाता था हालांकि किसी से कुछ कहा नही,बस मन में प्रणाम करना होता है और मन सहज ही अपने को charged महसूस करने लगता है ,गुरुदेव कहते हैं कि 'आपको प्रेरणा की ताकत जाननी है तो मन से प्रणाम करो अपने ideal को ,वो भगवान भी हो सकते हैं और कोई महान इंसान भी और देखो क्या महसूस होता है'.
Translation by google translate:
I have seen many small shops and such enlargement is happening in the shops i.e. I understand that whosoever gets depressed from his studies, rather than decreasing, then he goes towards known methods and this I really respect the thinking because of this thinking, the small business continues to grow in the middle of its work and in the midst of its disappointment, and the person who keeps walking is respected and this thinking It should not hesitate too, 'How is our work', because Gandhi Ji has said that the work is not small or big, the work is work only, if the smallest doers will not be there then those who work hard It will seem to be ..... The reason for being happy is not necessarily the heart but it does not believe that the simple reason for being happy is the best, such as God's name chanting, the virtue of philanthropy. Due to the adoption of them, life should be as easy as life should be, if we adopt simple things, then what will be the effect of these good things even if adopted by ordinary means? They will be so special but they will be happy Rather than making a simple reason instead of the complex, that feeling is easily done because the biggest truth is that we do not need a reason to be happy, think ourselves whether God is happy Can add to reason? If this is seen then it will be considered impossible for the poor to remain happy, because it is very difficult for them to make such a cause... Poor people keep happiness happy due to the happiness and the rich man cannot even smile at all, if the poor become rich then often forgets this art and even then they did not forget it then I believe that they actually became rich... ..... I used to often get frustrated and sometimes So big people Even the deer did not work, even then those small people who knew my life were honestly able to do their work with joy, their memories would have returned my inspiration, one of the reasons is that to feel the personal life of great men In this situation, when the mind needs instant gratification, it is easy to get inspiration from one of the nearest characters, but it can be a good person who can be inspired by remembering, If you are very fierce then you will focus on you, then one or the other gets it ... See how many people who are sitting at the shop, whose shop always sees fewer customers and sometimes Not only he but also persistently, he would not only inspire me but also keep the message of God in my mind for eternity, because his constant struggle also brings a big change in his life situation, but I do not see him There is definitely a semblance that is a sign of trust in the Lord in his mind that "if we keep open the way of hard work, the God will give food to us", and this kind of thinking starts to succeed tomorrow, no wonder! Seeing the struggle to live, I used to get inspiration even during the fierce time of despair, although no one said anything to anyone, just have to bow in the heart and the mind instinctively begins to feel charged, Lord Krishna, said that if you want to know about the power of inspiration you have to revere your ideal from the deepness of the heart, your ideal may be God and other great personalities also'