मसला तो सिर्फ अपनों को खुश रखने का था गैरों को खुश करने का बीड़ा क्यों उठा लिया।

कान और जीभ का उपयोग करते समय बहुत ही सावधानी से शब्दों का चयन ग्रहण और मनन करें थोड़ी भी असावधानी कर देने से दुनिया के इस्तेमाल की वस्तु बनकर बर्बाद होने से कोई नहीं बचा सकता।