Time Tavel ! Let's Go To Future ! 7 Way to Possible Time Travel
समय यात्रा यानि टाइम ट्रवेल
आज तक के सबसे पसंदीदा चर्चा के विषयो में रहा है और यह सिर्फ कल्पना तक सीमित नहीं रह गया है वैज्ञानिक इसको हकीकत में बदलने के साधन ढूंढ रहे है
चाहे जितनी भी बाते करली जाये की समय यात्रा यानि टाइम ट्रवेल संभव नहीं है लेकिन हम कहते की येह संभव है
और
आइये जानते है की कैसे
#1 First Way Of Time Travel Black Holes
समय यात्रा का पहला तरीका ब्लैक हॉल्स
स्टीफन हौकिंग्स के बताये गए अनुसार ब्लैक हॉल्स नेचरल टाइम मशीन का काम करते है और उनसे फ्यूचर मै बहोत आराम से जाया जा सकता है पर उसके लिए हमको ब्लैक हॉल्स के अंदर नहीं घुसना है बल्कि उसके चारो और चाकर काटते रहना है क्युकी ब्लैक हॉल बहोत घने होते है ब्लैक होल्स न सिर्फ स्पेस को ही विक्रित कर रहे होते है बल्कि वो टाइम को भी विक्रित कर देते है और समय को इतना धीमा कर देते है के पुरे ब्रह्मांड मै कोई चीज ऐसा नहीं कर सकती
अगर हम येह मन ले के एक स्पेसशिप ब्लैकहोल के चारो तरफ चाकर काट रही है और दूसरी स्पेसशिप थोड़ी ही दूर स्पेस मै तैर रही है तो जो स्पेसशिप ब्लैकहोल का चाकर लगा रही थी उनके अंदर के यात्रीओ की उम्र जो दूसरी स्पेसशिप जो स्पेस मै तैर रही है उसे आधी ही रह जाएगी
जैसे की ब्लैकहोल का चक्र लगाने वाले यात्री अगर १० साल तक वही पर रहे जाये तो जब वो वापिस पृथ्वी पर आएंगे तो २० साल बिट चुके होंगे और वही उनका फ्यूचर होगा पर उनका येह नुकसान होगा के वापिस लौटने का कोई रास्ता नै होगा.
#2 Secound Way Of Time Travel Tipler Cylinder (Tipler Time Machine)
समय यात्रा करने का दस्ता तरीका टिपलर सिलेंडर
दूसरा वेलिड तरीका जिसे हम टाइम ट्रेवल के बारे मै सोच सकते है इसका अविष्कार अमेरिकन फुसिक्स फ्रैंक ज टिपलर ने किया
उनका कहना था की कोई भी ऑब्जेक्ट अगर हाईपोथेटिकल सिलेंडर क चारो तरफ घूमता रहे जिनकी लेंथ इनफिनिट हो तो वो ऑब्जेक्ट टाइम में पीछे चला जायेगा
Frank. J . Tipler
हाइपोथेटिकल का मतलब काल्पनिक नासा के वैज्ञानिक इस हाइपोथेटिकल सिलेंडर को जीवन की शुरुआत करने वाला या जीवन को सपोर्ट करने वाला एक जरिया भी मान रहे है जिसके चारो तरफ चाकर लगाने वाली यात्रा अनंत होगी पर समय यात्रा यानि टाइम ट्रवेल को सफल बनाने के लिए टिपलर टाइम मशीन का इस्तमाल और समय यात्रा मै सफल होना प्रेक्टिकली काफी मुश्किल सा दिखाई देता है क्यों की येह जो अनंत समय यात्रा की जो धरना है येह इंसान की अनुभूति से काफी दूर की चीज मालूम पड़ती है और साथी मै येह असंभव सी प्रतीत होती है
#3 Third Way To Time Treavel Roteteing Univers
तीसरा तरीका रोटेटिंग यूनिवर्स यानि घूमता हुआ ब्रह्मांड
१९४९ मै आइंस्टाइन जी के सहपाठी और दोस्त कल्ट गोडेर २० वि सदी के सबसे विध्वान मेथेमेटिशंस मै आते है
उन्होंने आइंस्टाइन की थियरी जो की टाइम ट्रेवल से सम्बंधित है उस पर एक और उपाय निकला जोकि आइंस्टाइन को बिलकुल भी पसंद नई आया गोडेल के मुताबिक उन्होंने कहा की अगर येह ब्रह्मांड खुद ही घूम रहा है और एक स्पेसशिप से तेज रफ़्तार में उस ब्रह्मांड मै शेर की जाय तो वो स्पेसशिप टाइम मै पीछे चला जायेगा और वही पर पहोच जायेगा जब उसने येह यात्रा शुरू भी नई की थी
टाइम ट्रेवल करने के लिए इस फूल प्रूफ उपाय के बावजूद बी येह उपाय संभव नई प्रतीत होता है क्यों की इस आकाश गंगा को पार करने की चुनौती साथी मै सो मिलियन्स और आकाशगंगाए इस ब्रह्मांड को पार करना असंभव सा लगता है और क्यों की हमें बिलकुल भी अंदाजा नई है की येह ब्रह्मांड कितना बड़ा है तो इस ब्रह्मांड से बहार निकलना अवास्तविक सा मालूम पड़ता है यानि लगभग इम्पॉसिबल
To Be Continue....