the impact Tobacco use is development of coronary heart disease a important risk factor प्रतिवर्ष विश्व में 70 लाख व्यक्तियों की मृत्यु तंबाकू के इस्तेमाल से फेफड़े का कैंसर, मुंह का कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, अल्सर, दमा, डिप्रेशन आदि भयंकर रोगके कारण हो जाती है। तंबाकू के इस्तेमाल से रक्त का संचार प्रभावित हो जाता है, ब्लड प्रेशर की समस्या का जोखिम बढ़ जाता है,व्यक्तिगत, शारीरिक और तंबाकू सेवन और धूम्रपान के परिणामस्वरूप सांस फूलने लगती है और नित्य क्रियाओं में अवरोध आने लगता है। बौद्धिक आर्थिक नुकसान सिरदर्द और बालों का जल्दी सफेद होना बीमारियां- एसिडिटी, ब्रॉन्काइटिस, ब्लड प्रेशर, टी.बी., हार्ट अटैक, लकवा,माइग्रेन, आदि हैं। उनमें मुंह के कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है जो लोग मुंह में रखकर तंबाकू का सेवन करते हैं।
मुंह से खून आना,मुंह का छाला जो ठीक नहीं होता,मुंह या गले में गांठ का होना, सफेद या लाल दाग जो गले या मुंह में लंबे समय से हों, चबाने, निगलने व बोलने में कठिनाई या दर्द होना, कम समय में वजन का बहुत कम हो जाना, सांस लेने में या बोलने में परेशानी, दुर्र्गंध युक्त सांस छोड़ना ये सामान्य लक्षण मुंह के कैंसर के इन लक्षणों के होने पर उपचार किया जाए, तो इलाज सफल रहता है।, ।
तंबाकू के इस्तेमाल बंद करने से शरीर में रक्त का संचार सुचारु रूप से होने लगता है ऑक्सीजन की मात्रा अच्छी हो जाती है खून में निकोटिन की मात्रा खून कम हो जाती है धूम्रपान बंद करने से खून में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है निकोटिन और कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर से बाहर निकल जाती है। दिल, सांस तंत्र की बीमारियां,ब्रॉन्काइटिस, फेफड़े का कैंसर की आशंका कम हो जाती है
तंबाकू का दुष्प्रभाव फेफड़े, हृदय और रक्त वाहिनियों(ब्लड वेसेल्स) पर पड़ता है।